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स्वच्छता के नाम पर गंदगी का अंबार बदबू में जीने को मजबूर बस्ती के रहवासी एनसीएल के दूधिचुआ परियोजना का मामला.
विनोद कुमार सिंह
विमल कुमार कुशवाहा, अनिमेष कुमार सिंह सुंमत सिंह
।।भारत की आवाज़।। एन.सी.एल दूधिचुआ परियोजना के द्वारा परियोजना के आवासीय परिसरों से निकलने वाले सूखे कचरे और गीले कचरे की सफाई के लिए कॉन्ट्रैक्ट बेस पर कचरा सफाई के लिए टेंडर दिया हुआ है.
लेकिन परियोजना के सफाई इंचार्ज के द्वारा कॉलोनी से निकलने वाले कचरे को नगर पालिक निगम सिंगरौली के वार्ड क्रमांक 12 सिंपलेक्स बस्ती में ले जाकर कचरे को फेंकवाया जा रहा है
जिससे सिंपलेक्स बस्ती के लोग बदबू में जीने को मजबूर हैं और उनका सुनने वाला कोई नहीं है.
उस बात का जानकारी जब सिंपलेक्स बस्ती में रहने वाले अंजनी कुमार चौबे जो भारतीय जनता पार्टी के पूर्व झुग्गी झोपड़ी के जिला संयोजक भी रहे हैं और भाजपा के सक्रिय नेता भी हैं
इस बात को लेकर उन्होंने आज नाराजगी व्यक्त की और कचरा परिवहन करने वाली गाड़ी को खड़ा करा दिया जिसके बाद मौके पर पहुंचे जिम्मेदारों ने गलती को स्वीकार किया
कचरा उठाने का जिस ठेकेदार को दिया गया है वह बहुत ही अच्छे व्यक्ति थे उन्होंने ही बताया कि हमें कचरा 1 किलोमीटर के दायरे में फेंकना है यह तो 5 किलोमीटर से भी ज्यादा है और उन्होंने जेसीबी के माध्यम से वहां पर गिरे हुए है कचरे को हटाने का आश्वासन दिया.
जब कचरे को कॉलोनी के 1 किलोमीटर दायरे के भीतर फेंकना था तो बस्ती में ले जाकर क्यों फेंका जा रहा था क्या बस्ती में रहने वाले लोग इंसान नहीं हैं.
वार्ड 12 के स्थानीय जनप्रतिनिधि अंजनी चौबे से बात होने पर बताया कि यह कई दिनों से चल रहा है हमारे बस्ती के लोग गंदगी बदबू में जीने को मजबूर है.
बस्ती के रहवासियों की दो तीन गाय भी एक कचरे की पन्नी को खा कर मर चुकी हैं.
इसलिए आज हमने यह कदम उठाया और अगर आज से यहां पर दोबारा गंदगी गिराया गया तो हम उग्र आंदोलन के लिए भी मजबूर हो जाएंगे इसकी नौबत नहीं आए इसलिए बस्ती में गंदगी ना फेंका जाए हम यही परियोजना से मांग सकते हैं.