इस मामले को लेकर एनसीएल ट्रेड यूनियनों के नेताओं के बड़े बयान सामने आए.
VINOD KUMAR SINGH
विमल कुमार कुशवाहा
।।भारत की आवाज़।।सिंगरौली।।जयंत।। रविवार की रात एक अनियंत्रित कोयला ट्रेलर UP.64.AT.5090 जो कि नवानगर से जयंत कि ओर जा रहा था
ट्रेलर को देखने के बाद पता चला कि कितनी जोरदार टक्कर हुई है जिसे ट्रेलर के आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया गनीमत रही कि ड्राइवर की जान बच गई और ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भाग गया
जबकि लगातार जिला प्रशासन को खबरों के माध्यम से अवगत कराया जा रहा था कि जयंत से माजन रूटों पर टेलर आवागमन करते हैं
प्रशासन ने एक्शन भी लिया प्रतिबंधित रोड पर कोयला वाहनों को बंद ही कराया लेकिन कहीं ना कहीं टेलर के मालिकों की भी मनमानी जो है सामने आती रही है.
कॉलोनी परिसर के अंदर टेलर से जो हादसा हुआ वह हादसा बहुत गंभीर और बड़ा हादसा था लेकिन गनीमत रही किसी की जान नहीं गई नहीं तो मामला और भी गंभीर हो जाता.
इस घटना को लेकर ट्रेड यूनियनों में भी नाराजगी देखने को मिली भारत की आवाज़ टीम ने इस घटना से जुड़े केंद्रीय कर्मशाला के ट्रेड यूनियनों से बात किया और उनके प्रतिक्रिया को जाना आइए जानते हैं क्या कहा हमारे केंद्रीय कर्मशाला के यूनियनों के नेताओं ने.ये बहुत ही गंभीर मामला है इस पर जिला प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए
सी.डब्ल्यू.एस के कर्मचारियों को ट्रेलर से रोज दो चार होना पड़ता है
सुबह डियूटी जाते समय सड़क पर ट्रेलर खड़े मिल जाएंगे जिससे डियूटी आने जाने वालों को असुविधा होती है.
सुबह, दोपहर, साम को सी.डब्ल्यू.एस के कर्मचारियों के डियूटी आते और जाते समय सुरक्षा की दृष्टि से ट्रेलर को पूरी तरह रोक देना चाहिए.
सुरेश दुबे
सचिव
आर.सी.एस.एस केंद्रीय कर्मशाला जयंत
जिला प्रशासन को गंभीरता से उक्त प्रकरण से सबक लेना चाहिए कि अगर अभी भी कुछ व्यवस्थित उपाय नहीं हुआ तो भविष्य में कोई भी बड़ी घटना घट सकती है तत्काल एवं कोल ट्रांसपोर्ट हेतु अलग रोड़ का निर्माण होना चाहिए और उस पर सख्ती से पालन होना चाहिए आजकल प्रतिदिन दिन जयंत से सिंगरौली जाने वाले मार्ग पर जाम एवं दुर्घटनाएं हो रही.
शशि पाल सिंह
अध्यक्ष
भारतीय मजदूर संघ केंद्रीय कर्मशाला जयंत
यह घटना सुनकर सिहरन सी पैदा हो जाती है अगर कोई रास्ते में पड़ा होता तो उसके साथ बहुत बड़ा हादसा हो सकता प्रबंधन को ऐसी व्यवस्था बनानी चाहिए जिससे इस प्रकार की घटना को रोका जा सके और इसकी पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए सोचना चाहिए.
विनय तिवारी
सचिव सी.एम.एस (Aituc)
केंद्रीय कर्मशाला जयंत
ऐसी घटना घटने के बाद भी प्रबंधन अगर कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तो इसका मतलब है कि प्रबंधन को कर्मचारियों की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है.
पुरुषोत्तम कुमार
सचिव
भारतीय मजदूर संघ केंद्रीय कर्मशाला जयंत