*कानून से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं मनीष त्रिपाठी थाना प्रभारी मोरवा।*
*आम आदमी पार्टी के कुछ जिम्मेदार नेताओं पर भीड़ मे घूस कर पत्थर चलाने का लगा आरोप थाना प्रभारी मोरवा मनीष त्रिपाठी के सक्रियता से पत्थर चलने से पहले ही मोरवा पुलिस ने पत्थर बाजों को सिखाया सबक।*
*एन.सी.एल के भर्ती प्रक्रिया में हुए गड़बड़ी को लेकर अभ्यार्थियों ने एनसीएल के मुख्यालय गेट पर किया नारेबाजी।*
*थाना प्रभारी निरीक्षक मोरवा मनीष त्रिपाठी का अभ्यार्थियों से शांति तरीके से करें धरना प्रदर्शन दंगा बर्दाश्त नहीं :- मनीष त्रिपाठी थाना प्रभारी मोरवा।*
*विमल कुमार कुशवाहा*
*सिंगरौली।।भारत की आवाज़।।* एनसीएल के एच ई एम एम के विभिन्न ट्रेडों के लिए हुई भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा एनसीएल मुख्यालय गेट पर सुबह 10:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने एवं हुई अनियमितता को स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग करते हुए अपने मांग पर अड़े रहे।
*अभ्यर्थियों के धरने प्रदर्शन से एनसीएल के अधिकारी कर्मचारी सहमे हुए हैं।*
*प्रबंधक नोटिस फिकेशन के जरिए भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने की ओर अग्रसर।*
*सिंगरौली विधायक रामलुल्लु वैश्य ने किया सीबीआई जांच की मांग।*
एनसीएल एचईएमएम के विभिन्न ट्रेडों में भर्ती मामले में घोटाले को दबाने के फिराक में हैं। चुनिंदा अखबार नवीसो को आनन-फानन में बुलाना एक साजिश की कड़ी है।
पुलिस प्रशासन एवं अभ्यर्थियों तथा एनसीएल प्रबंधन के बीच हुए समझौते जो वीडियो रिकॉर्ड में दर्ज होने के बाद भर्ती प्रक्रिया के डॉक्यूमेंटस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया जारी करना एनसीएल प्रबंधन के भ्रष्टाचार को उजागर करता है।
मिली जानकारी के अनुसार 11 जनवरी को भर्ती मामले को लेकर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने एनसीएल मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करके भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग पर पुलिस प्रशासन एवं एनसीएल प्रबंधन तथा अभ्यर्थियों के बीच तय हुआ कि 12 जनवरी तक जांच रिपोर्ट आने के बाद उसे सार्वजनिक किया जाएगा तथा 15 जनवरी को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन मामले को निरस्त कर दिया जाएगा।
इस अहम निर्णय पर अभ्यार्थी अपने घरों की ओर चले गए। एनसीएल प्रबंधन की दोहरी चाल सामने तब आई जब एक 11 जनवरी को ही 4 पृष्ठों का नोटिफिकेशन ऑनलाइन डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन जारी कर दिया गया।
एनसीएल भर्ती प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी की जांच जूनियर अधिकारियों द्वारा कराए जाने से एनसीएल प्रबंधन संदेह के घेरे में है।
पुलिस प्रशासन एवं अभ्यर्थियों के बीच हुए समझौते के साथ धोखा नहीं की भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी की भ्रष्टाचार की जांच करें तो यह अपने आप में कानूनन अपराध है। अभ्यर्थियों ने मांग किया है कि एनसीएल भर्ती प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी की जांच जूनियर अधिकारियों द्वारा कराए जाने से एनसीएल प्रबंधन संदेह के घेरे में है।
पुलिस प्रशासन एवं अभ्यर्थियों के बीच हुए समझौते के साथ धोखा नहीं की भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी की भ्रष्टाचार की जांच करें तो यह अपने आप में कानूनन अपराध है। अभ्यर्थियों कि मांग है कि एनसीएल सीएमडी को चाहिए भर्ती विभाग के महाप्रबंधक कार्मिक को हाशिए पर लाकर निष्पक्ष जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराएं।
महाप्रबंधक कार्मिक की कार्यप्रणाली भ्रष्टाचार की ओर साफ इशारा करता है एनसीएल प्रबंधन को ऐसे कृत्यों से बचना चाहिए तथा पूरी भर्ती प्रक्रिया में उठ रहे सवालों को निष्पक्ष जांच कराना अभ्यर्थियों के साथ न्याय होगा।
एनसीएल भर्ती में बरती गई अनियमितता को दबाने की साजिश
भर्ती मामले में व्यापक पैमाने पर हुई गड़बड़ी पर पर्दा डालने के लिए एनसीएल प्रबंधन ने आनन-फानन में 12 जनवरी को अपने पसंदीदा कुछ प्रिंट मीडिया को बुलाकर अपने भ्रष्टाचार को दबाने के लिए भर्ती प्रक्रिया को साफ सुथरा साबित करने का प्रयास किया। जिसका नतीजा 13 जनवरी के कुछ अखबारों में भर्ती प्रक्रिया को पाक साफ करने की पूरी कोशिश की गई ।
जिसकी चारों ओर भर्तसना हो रही है। सूत्रों की माने तो भर्ती प्रक्रिया को अंजाम देने वाले महाप्रबंधक कार्मिक चार्ल्स जूस्टर के इशारे पर प्रिंट मीडिया की गुप्त मीटिंग की गई यह खबर लीक होते ही अन्य मीडिया कर्मियों में प्रबंधन के रवैया के प्रति असंतोष व्याप्त है ।